Tuesday, April 28, 2020

पृथ्वी के समीप से गुजरेगा पर्वत के आकर का उल्का पिंड


करीब डेढ़ महीने पहले वैज्ञानिकों ने यह पता लगया था कि एक बड़ा उल्का पिंड पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। इस उल्का पिंड का नाम 1998 OR2 है और ये पर्वत के समान बड़ा बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार ये उल्का पिंड पृथ्वी के बहुत समीप से होकर गुजरेगा और इसकी गति लगभग 19,000 कि. मी. प्रति घंटा होगी।

नासा के वैज्ञानिको के अनुसार ये उल्का पिंड सुबह 5:56 ईस्टर्न टाइम पे पृथ्वी के करीब से होकर गुजरेगा। अब ये अगले 24 घंटे (अप्रैल 29, 2020) में पृथ्वी के सबसे करीब होगा। लेकिन इस उल्का पिंड से ज्यादा खतरा नहीं बताया जा रहा। वैज्ञानिकों के अनुसार अगर इस उल्का पिंड ने थोड़ी  सी भी दिशा  परिवर्तन किया तो पूरे विश्व में बड़ा संकट आ सकता है। इसलिए वैज्ञानिक लगातार इसकी दिशा पर नजर लगाये हुए है ।

अंतरिक्ष  के वैज्ञानिको के अनुसार तो इस प्रकार के उल्का पिंड की हर 100 साल में धरती से टकराने की 50,000 संभावनाएं होती है। हालाँकि कुछ मीटर व्यास वाले उल्का पिंड पृथ्वी के वायुमंडल में आते ही जल जाते है और उसके कुछ जले हुए टुकड़े ही पृथ्वी तक पहुँच पाते है जिनसे कोई नुकसान होने के सम्भावना नहीं होती। 

इस उल्का पिंड का आकर पर्वत जितना बड़ा है और जिस गति से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है, अगर ये थोड़ा सा भी पृथ्वी  से टकराया तो बहुत बड़ी सुनामी आ सकती है।

Sunday, April 19, 2020

भारत में कोरोना वायरस की संख्या और परीक्षण

कोरोना वायरस कोविड -19 का परीक्षण कैसे किया जाता है?

अगर आपको गले में खराश, नाक संक्रमण या सूजन के लक्षण दिखाई देते है तो आप कोरोना के परिक्षण करवाने के लिए अस्पताल जाएं। कोरोनावायरस का  परीक्षण कोई रक्त परीक्षण नहीं है। कोरोनावायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए गले में खराश या नाक की सूजन की जांच की जाती है। जाँच के नमूने लेने के बाद, नोडल अस्पतालों के डॉक्टर आपके शारीरिक स्वास्थ्य का आकलन करते है और बताते है के कि अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है या नहीं। यदि परीक्षण सकारात्मक हैं, तो आपको पुनर्प्राप्ति तक कम से कम 14 दिनों के लिए संगरोध रहने की आवश्यकता हो सकती है। अन्यथा, आप अपने आप को घर पर ही अलग-थलग रख सकते है ।

भारत अभी कोरोना वायरस के लड़ाई जारी है एक और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी और दूसरी और लॉकडाउन के कारण भूख और बेघर होने से जूझ रहे लाखों श्रमिकों का एक मानवीय संकट।
देश के जनता भी सरकार का साथ देने में आगे आ रही है जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लोगो को उनका साथ के लिए उन्हें सराहा:




केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोविड -19 के कारण रविवार तक पीड़ितों के संख्या 16,000 से ज्यादा हो गए वंही मृत्यु की संख्या भी बढ़कर 500 से अधिक हो गई


Source:https://timesofindia.indiatimes.com/coronavirus

Saturday, April 18, 2020

कोरोना वायरस के फैलेने पर सरकार की हर रोज कुछ नई पहल

कोरोना वायरस के चलते सरकर के तरफ से के गए पहल :

  • आईएसीएमआर के द्वारा नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया गया। 
  • बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और जरुरतमंदो को आपातकालीन सेवाएं दी जा रही हैं। 
  • हॉटस्पॉट इलाकों में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट कराए जायेंगे । 
  • गृह मंत्रालय के तरफ से निर्देश दिए गए कि भारत में फंसे विदेशियों की वीजा अवधि बिना शुल्क के बढ़ाई जाएगी।
  • भारत में फंसे विदेशी तीन मई तक आवेदन कर सकते हैं और कोई भी जरुरत पड़ने पर 112 पर कॉल कर सकते हैं।


इस मुश्किल वक्त में सरकार का साथ दे, अपने घरों में रहें तथा सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें। यह लड़ाई हम सब को साथ मिल कर लड़नी है और जीतने भी है।

Friday, October 2, 2015

Gandhigiri By Sanjay Dutt and Sabarmati Ke Sant Tune Kare Diya Kamal - Most Popular Tribute to Mahatma Gandhi

AT occasion of Gandhi Jayanti , we dedicated a most popular song written by Kavi Pradeep and sang by Asha Bhosale -Sabarmati Ke Sant Tune Kare Diya Kamal. This Song was one of the many patriotic songs Kavi Pradeep wrote for Hindi films.





 Gandhi Giri Dialog By Sanjay Dutt in Film "Lage Raho Munna Bhai". It's Really heart touching

story.

Wednesday, September 15, 2010

It's a baby boy "Yug" for Kajol and Ajay


Kajol has delivered a baby boy "Yug". "She is doing quite well," says her PR agent Parag Desai. "The child is fine too," says he. The child was born at 9.20 am on Monday morning at Mumbai's Leelavati Hospital in Bandra.

The baby is Ajay Devgan and Kajol's second child after their daughter Nysa. While sources close to the family inform that Kajol will not come back to the movies after this baby, they do insist that filmmakers are still trying to get her back in the movies following her last performance in the Karan Johar production, 'We Are Family'.

Kajol's not too keen to return herself and Ajay Devgan has been very supportive of whatever decision she wants to take.
Source: Yahoo News

Tuesday, September 14, 2010

Reality of Any Big City in India


Traffic jams. Delayed flights. Crowded trains. That is the reality of any big city in India. The future could be much worse. The country's cities are expected to grow by an additional 250 million, mostly young people, over the next two decades. Without massive investment and thoughtful planning, chaos will ensue.

Or not. McKinsey, in an unprecedented nearly two-year study of Indian cities, envisions a way for India over the next 20 years to turn that influx of young population into a quadrupling of per-capita income. This growth hinges on adequate investment in cities so they can handle the surge in people and the simultaneous increased demand on services. The urban migration, if properly handled, could generate 70% of net new jobs and produce 70% of India's GDP.

The Next Decade In Technology

Full List: The Best Cities For Online Dating

In Pictures: Ghost Cities Of 2100

The Next Decade In Energy

The Next Decade In Politics

To meet their needs, McKinsey suggests that India must build--every year for the next 20 years--between 7 billion and 9 billion square feet of real estate (the equivalent of one Chicago) a year; 220 to 250 miles of metros and subways (more than 20 times what it has built in the past decade); and between 12,000 and 15,000 miles of road lanes (nearly equal to all the road lanes constructed in the past decade).

That's a pretty ambitious task, given India's infamous bureaucracy, corruption and a sketchy track record on accomplishing large-scale projects. Ajit Mohan, the lead author on the McKinsey report, says for the first time there's some recognition in India that urban development has to become a priority. It could take one success in a single city to create the momentum for a national push, he says, comparing the current lack of infrastructure investment to the way the IT sector was developed in India. "When Bangalore became successful, other cities started to emulate it," he says.

The major changes will happen, adds Chetan Vaidya, head of the National Institute of Urban Affairs in New Delhi. "We can already see bits and pieces of that falling into place," he says. Source: Yahoo News